बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): जनपद बुलंदशहर के खुर्जा क्षेत्र में किसान बेखौफ होकर धड़ल्ले से धान की पराली जला रहे हैं। जिला प्रशासन और पर्यावरण विभाग की लगातार चेतावनियों के बावजूद यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नतीजतन, क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार खतरनाक स्तर की ओर बढ़ रहा है।
धान की कटाई पूरी होने के बाद खुर्जा ब्लॉक के कई गांवों जैसे टैना गोसपुर, अरनिया मंसूरपुर, ई. जू मौजपुर, मदनपुर, समसपुर, रामगढ़ी और शाहपुर कला में किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाने के कई मामले सामने आए हैं। खेतों में जलती पराली से उठता धुआं पूरे इलाके को धुंध की चादर में लपेट रहा है, जिससे सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की चेतावनियां केवल कागजों तक सीमित हैं। अब तक किसी भी किसान पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे किसान नियमों को खुलेआम नजरअंदाज कर रहे हैं। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यही हालात रहे तो आने वाले दिनों में खुर्जा और आसपास के क्षेत्र में वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में पहुंच सकता है।
खुर्जा: पराली जलाने का सिलसिला जारी, हवा में जहर घोल रही आग की लपटें
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