बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): जनपद बुलंदशहर के थाना खुर्जा नगर कोतवाली क्षेत्र के गांव जाहिदपुर कला निवासी पूर्व ब्लाक प्रमुख विनोद चौधरी की रविवार को बदमाशों ने हत्या कर दी। सोमवार की सुबह कार्यालय में बिस्तर पर लहूलुहान अवस्था में उनका शव पड़ा मिला। शव को देख लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना मिलती ही पुलिस टीम के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और साक्ष्य एकत्र किए। गांव रामगढ़ निवासी अमित चौधरी रिश्ते में विनोद चौधरी के भतीजे लगते हैं। अधिकांश समय वह उन्हीं के साथ बिताते हैं। रविवार के शाम करीब सात बजे वह, बंटी चौधरी और एक ग्रामीण कार्यालय पर ही थे। विनोद चौधरी ने अपनी कार बाहर से अंदर खड़ी की। इसके बाद तीनों लोग गांव के लिए रवाना हो गए थे और विनोद चौधरी ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया था। इन 14 घंटो के भीतर आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। पूर्व ब्लाक प्रमुख विनोद चौधरी के भाई सुधीर ने दो नामजद समेत तीन लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है।
आपको बता दें कि थाना खुर्जा क्षेत्र के गांव रामगढ़ी निवासी बंटी चौधरी ने बताया कि उनके बड़े भाई 55 वर्षीय विनोद चौधरी का खुर्जा-जेवर मार्ग पर जाहिदपुर कला गांव में मकान है। पहली मंजिल पर वह रहते थे और नीचे कार्यालय बना हुआ है। कार्यालय के बाहर बंटी की पेस्टिसाइड और फर्टिलाइजर की दुकान व लैब है। सोमवार की सुबह करीब नौ बजे बंटी चौधरी और भाई सुधीर चौधरी दुकान पर पहुंचे तो पीछे बने कार्यालय में बिस्तर पर विनोद चौधरी का लहूलुहान शव देख उनके होश उड़ गए। विनोद चौधरी के माथे पर गोली लगी हुई थी और गला भी रेता हुआ लग रहा था। इसके साथ ही घटनास्थल पर खून से सना चाकू और झूठे बर्तन पड़े मिले। सुधीर चौधरी ने मामले में तहरीर देकर गांव अहरौली निवासी युग, नौकर अंकित और एक अज्ञात पर हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। सुधीर ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले ही युग ने उनके भाई विनोद चौधरी को रास्ते में रोककर जमीन के सौदे के रुपए देने और हत्या करने की धमकी दी थी तथा पेस्टिसाइड और फर्टिलाइजर की लैब में चोला के गांव फौलादपुर निवासी अंकित काम करता था। अंकित 13 सितंबर को ही छुट्टी लेकर चला गया था। मृतक विनोद चौधरी के कार्यालय के पीछे बने हिस्से में पालतू कुत्ता रहता है। रात के समय उसको खोल दिया गया था। पुलिस ने बताया कि जांच में सामने आया है कि कार्यालय के बाहर और अंदर सीसीटीवी तो थे, लेकिन डीबीआर गया मिली। जानकारी के अनुसार, पूर्व ब्लाक प्रमुख विनोद चौधरी के चचेरे भाई दिनेश ने बताया कि वर्ष 1993 से परिवार के साथ विनोद चौधरी दिल्ली के पांडव नगर में रहने चले गए थे। वर्ष 2001 में गौतमबुद्धनगर के जेवर ब्लॉक क्षेत्र में चुनाव लड़ने के दौरान उन्होंने जाहिदपुर कला में कार्यालय बनाया था। पत्नी रजनी चौधरी, बेटा अनमोल चौधरी और बेटी मिट्ठी दिल्ली में ही रहते थे। बीच-बीच में वह परिवार से मिलने के लिए दिल्ली जाते थे। बेटा अनमोल चौधरी वकालत करता है और बेटी चार्टर्ड अकाउंटेंट की तैयारी कर रही है। एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि भाई सुधीर की तहरीर के आधार पर हत्या की धारा में युग, अंकित और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच में पुलिस की पांच टीमें जुटी है। जल्द ही मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
बिस्तर पर पड़ा खून से सना मिला पूर्व ब्लॉक प्रमुख विनोद चौधरी का शव, दो नामजद समेत तीन पर मुकदमा दर्ज
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