बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): श्रावण मास में आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु कानून व्यवस्था के दृष्टिगत से मेरठ परिक्षेत्र मेरठ में पुलिस के व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए है। पुलिस के अनुसार मेरठ परिक्षेत्र के चारो जनपद मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत व हापुड़ मे 540 किमी का कांवड़ मार्ग है जिस पर 10 टोल प्लाजा स्थित है तथा 119 स्थलो पर बैरियर लगाये जा रहे हैं, जिनमे जनपद मेरठ मे 25, बुलन्दशहर मे 25, बागपत मे 51 एवं हापुड मे 18 स्थल पर बैरियर स्थापित किये जा रहे है। मेरठ परिक्षेत्र को 57 जोन व 155 सेक्टर मे बांटा गया है जिसमे आवश्यकतानुसार 19 अपर पुलिस अधीक्षक, 54 सीओ, 265 निरीक्षक, 1823 उ0नि0, 2574 मु0आ0, 2860 आरक्षी, 1166 महिला पुलिस अधिकारी/कर्मचारी तथा यातायात पुलिस के 12 निरीक्षक, 117 उपनिरीक्षक, 175 मुख्य आरक्षी व 394 आरक्षी एवं पीएसी की 20 कम्पनी, सीएपीएफ-05 कम्पनी ड्यूटी लगाया जाना प्रस्तावित है।
कांवड़ियों की सुरक्षा हेतु ड्यूटी में लगे फोर्स के लिए कावड़ मार्ग के आसपास ही 184 रुकने के स्थान बनाये गये है। कांवड़ियो के ठहरने व विश्राम हेतु कांवड़ मार्ग पर 838 शिविर स्थापित होगें, जिसमे जनपद मेरठ मे 464, बुलन्दशहर मे 176, बागपत मे 90 एवं हापुड़ मे 108 शिविर लगाया जाना प्रस्तावित है।
मार्ग मे पड़ने वाले 184 मिश्रित आबादी क्षेत्र जिनमे जनपद मेरठ मे 64, बुलन्दशहर मे 59, हापुड मे 52 एवं बागपत मे 09 क्षेत्र चिन्हित किये गये है तथा कानून व्यवस्था की दृष्टि से व्यापक पुलिस प्रबन्ध किये गये हैं, पूरे श्रावण मास में पुरा महादेव मंदिर बागपत पर लगभग 20 लाख, बाबा औघड़नाथ मंदिर मेरठ पर 04 लाख, ब्रजघाट हापुड पर 04 लाख, अम्बकेश्वर महादेव मन्दिर अहार बुलन्दशहर पर 70 हजार तथा सबली मंदिर हापुड पर करीब 50 हजार श्रद्धालुओं का आना सम्भावित है।
कांवड यात्रा के दौरान भारी एवं हल्के वाहनो का अलग अलग डायवर्जन उन मार्गो पर किया गया है जो कावंडियो का कांवड मार्ग नही है। कांवड़ मार्गो व प्रमुख मन्दिरो मे सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ करने हेतु रेंज एवं जनपदो मे कन्ट्रोल रुम स्थापित किये गये हैं, कन्ट्रोल रुम द्वारा मार्गो व मन्दिरो पर लगे सीसीटीवी कैमरो की मॉनीटरिंग की जायेगी।
ड्रोन/आईपी कैमरो का कांवड यात्रा मार्गो पर व्यवस्थापन किया जा रहा है, जिनके माध्यम से कांवड मार्गो पर लगातार निगरानी रखी जायेगी।
सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत पीए सिस्टम, एएस चैक टीम, बीडीएस टीम, इंटेलीजेन्स को सक्रिय किया गया है। आपात स्थिति मे तत्काल बचाव कार्य हेतु बाढ़ राहत SDRF/NDRF व स्थानीय गोताखोर को सक्रिय किया गया है।परिक्षेत्र स्तर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अत्याधुनिक माध्यमो से निगरानी रहेगी।
मेरठ परिक्षेत्र में 540 किमी. लम्बे कांवड़ मार्ग के चप्पे पर पुलिस रहेगी तैनात,ड्रोन से रहेगी निगरानी
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