बुलंदशहर डेस्क (जय यात्रा): जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के अनवरपुर में स्थित मोनाड विश्वविद्यालय फर्जी मार्कशीट, फर्जी डिग्री का अड्डा बन चुका है। शनिवार को लखनऊ से आई एसटीएफ की टीम ने छापामार कार्रवाई कर मोनाड विश्वविद्यालय से 1,372 फर्जी मार्कशीट व डिग्री 262 फर्जी प्रोविजनल व माइग्रेशन, 14 मोबाइल फोन, एक आईपैड, 7 लैपटॉप, 6,54,800 नकद, सर्वर संबंधित 26 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों का मेडिकल चेकअप कराकर उन्हें जेल भेज दिया है।
चांसलर समेत 10 गिरफ्तार:
पिलखुवा कोतवाली पुलिस ने एसटीएफ लखनऊ निरीक्षक ओम शंकर शुक्ला की तहरीर के आधार पर मोनाड विश्वविद्यालय के चांसलर विजेंद्र सिंह उर्फ विजेंद्र सिंह हुड्डा पुत्र सुरेश पाल निवासी सिल्वर पुरी कंकरखेड़ा मेरठ, संदीप कुमार उर्फ संदीप शेरावत पुत्र विजेंद्र कुमार सिंह निवासी गांव चीरवाड़ी थाना चांद हट पलवल हरियाणा, मुकेश ठाकुर पुत्र प्रधान सिंह ठाकुर निवासी कटवारिया सराय नई दिल्ली, अनिल बत्रा पुत्र ज्ञानचंद निवासी सेक्टर 47 नोएडा सेक्टर 49 गौतम बुद्ध नगर, नितिन कुमार सिंह पुत्र यशवीर सिंह निवासी आनंद लोक रुड़की रोड कंकरखेड़ा मेरठ, गौरव शर्मा पुत्र मदन मोहन शर्मा निवासी रोशनपुर डार्ली रुड़की रोड नियर मोदीपुरम कंकरखेड़ा मेरठ, सनी कश्यप पुत्र टीटू सिंह निवासी गली नंबर 3 एसएसवी इंटर कॉलेज के पास अर्जुन नगर हापुड़, इमरान पुत्र शरीफ अहमद खान निवासी रेलवे रोड हापुड़, कुलदीप पुत्र रविंद्र सिंह निवासी गांव बलवंत नगर गुलावठी जिला बुलंदशहर और विपुल तालियां पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी कोठी सटक अली हापुड़ को गिरफ्तार किया है।
STF को मिला था इनपुट:
एसटीएफ को इनपुट मिला था कि मोनाड विश्वविद्यालय में फर्जी मार्कशीट तैयार कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। साथ ही राजस्व की हानि भी हो रही है। इनपुट को सटीक मानकर टीम ने अपने सूत्रों के आधार पर जाल बिछाया और यूनिवर्सिटी के पास सफेद रंग की सफारी गाड़ी को रोक लिया जिसमें बैठे व्यक्ति ने अपना नाम संदीप सहरावत बताया। गाड़ी से टीम ने मोबाइल, चेक बुक, अन्य दस्तावेजों के साथ-साथ 5700 रुपए की नकदी और 8 मोनाड यूनिवर्सिटी से संबंधित मार्कशीट बरामद की। जब टीम ने संदीप से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच्चाई उगल दी और एसटीएफ को बताया कि मोनाड विश्वविद्यालय के कुलपति विजेंद्र सिंह हुड्डा के कहने पर वह हरियाणा में फर्जी मार्कशीट छापता है जिसका सहयोगी राजेश सुबह छुपी हुई फर्जी मार्कशीट और डिग्रियों को यूनिवर्सिटी में मौजूद गौरव शर्मा, इमरान, सनी कश्यप, अनिल बत्रा, विपुल, कुलदीप, मुकेश ठाकुर, नितिन कुमार सिंह को देकर गया है। वह विजेंद्र सिंह के कहने पर काफी समय से फर्जी मार्कशीट व डिग्री छापकर इन लोगों को देता रहा है। वह तो पैसे लेने के लिए यूनिवर्सिटी जा रहा था।
सख्ती से की पूछताछ में उगल दी सच्चाई:
टीम ने जब संदीप से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे फर्जी मार्कशीट व डिग्री का पांच हजार रुपए मिलता है। वह पिछले लंबे समय से इसे अवैध धंधे में लिप्त है। चेयरमैन विजेंद्र सिंह हुड्डा और उसके साथी फर्जी मार्कशीट डिग्री को सत्यापित करने की मोटी रकम चांसलर विजेंद्र सिंह हुड्डा लेता है। वह छपाई का पैसा लेने के लिए आया था जिसे एसटीएफ ने पकड़ लिया।
प्रत्येक छात्र से वसूले जा रहे थे 50 हजार से चार लाख रुपए:
टीम में शामिल 24 से अधिक अधिकारियों ने भारी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ यूनिवर्सिटी पर छापा मारा तो मौजूद लोग टीम को देखकर सकपका गए। टीम ने जब सभी से पूछताछ की तो पता चला कि वह प्रत्येक कोर्स की डिग्री व मार्कशीट के अनुसार 50,000 से लेकर 4,00,000 तक प्रत्येक छात्र से लेते थे। विजेंद्र सिंह के खिलाफ पहले से भी कई मुकदमे चल रहे हैं।
जानिए किससे कितनी फर्जी मार्कशीट मिली:
छापामार कार्रवाई के दौरान टीम ने संदीप की गाड़ी से आठ फर्जी मार्कशीट, चांसलर 47 वर्षीय विजेंद्र सिंह हुड्डा से 11 मार्कशीट, फर्जी मार्कशीट बेच कर ऐंठे गए तीन लाख 7600 नकद, मुकेश ठाकुर से 7000 नगद और 10 फर्जी मार्कशीट, अनिल बत्रा से तीन लाख नकद व 15 फर्जी डिग्री, नितिन से आठ फर्जी डिग्री, 15 सौ रुपए नकद, गौरव शर्मा से 13,500 नकद, 12 फर्जी मार्कशीट, सनी कश्यप से एक हजार रुपए नकद, 12 फर्जी मार्कशीट, इमरान से 5800 नकद, 5 फर्जी मार्कशीट, कुलदीप से 11,000 नकद, 13 फर्जी मार्कशीट, विपुल से 1700 नकद, 10 फर्जी मार्कशीट, गौरव की रेक से 262 फर्जी माइग्रेशन, फर्जी प्रोविजनल प्रमाण पत्र, 369 फर्जी मार्कशीट, 893 फर्जी डिग्री बरामद हुई।
संगठित ग्रुप का हुआ पर्दाफाश :
टीम ने जब पूछताछ की तो आरोपियों ने अपना जुल्म कबूल कर लिया। इसके बाद सभी को गिरफ्तार कर एसटीएफ की टीम पिलखुवा थाने पहुंची। इसके बाद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।