बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): प्रदेश में 31 जुलाई तक चलने वाले दस्तक अभियान के दौरान कालाजार, फाइलेरिया के साथ ही टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके लिए सभी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है। प्रदेश में 11 से दस्तक अभियान शुरू हो गया है। इस दौरान उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग और टीबी मुक्त पंचायतों में पर विशेष फोकस किया जाएगा। जिन पंचायतों को 2023-24 में टीबी मुक्त घोषित किया गया है, वहां एहतियात के तौर पर स्क्रीनिंग की जाएगी। जिन पंचायतों में टीबी के मरीज कम हैं, वहां भी टीम भेजी जाएगी ताकि संबंधित गांवों को साल 2025 में टीबी मुक्त घोषित किया जा सके। राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. शैलेंद्र भटनागर ने बताया कि 60 साल से अधिक आयु के व्यक्ति, धूम्रपान, नशा करने वाले, कैंसर, मधुमेह, एचआईवी ग्रसित, इलाज करा रहे टीबी रोगियों के साथ रहने वाले और टीबी का इलाज करा चुके व्यक्तियों में टीबी होने की सम्भावना अधिक होती है। ऐसे में दस्तक अभियान के तहत टीमें घर-घर जाकर लक्षणों के आधार पर टीबी के संभावित रोगियों की पहचान कर उनकी टीबी की जांच कर इलाज शुरू किया जा रहा है।
दस्तक अभियान में भी होगी टीबी के मरीजों की स्क्रीनिंग
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