बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): जनपद बुलंदशहर के थाना गुलावठी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत मुख्यमंत्री पोर्टल पर मिली शिकायत के आधार पर सिकंदराबाद रोड स्थित प्लस सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में बीते शुक्रवार को जांच के लिए गए सीएचसी कर्मचारी के साथ अस्पताल के संचालक मनोज कुमार व उसके साथी शिवांग ने गाली-गलौच करते हुए अभद्रता की। प्लस सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल के संचालक मनोज व शिवांग ने अपनी दबंगई का रौब दिखाते हुए एक सरकारी चिकित्सा अधीक्षक पर रिवॉल्वर तान दी। इसके बाद चिकित्सा अधीक्षक ने थाने में दोनों के खिलाफ शिकायत देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है और मामले में कार्यवाही की मांग की, लेकिन पुलिस ने मामले को सिर्फ कागजों तक ही सीमित रखा हुआ है।
आपको बता दें कि जहाँ एक तरफ बीजेपी सरकार ने दबंगों व बदमाशो के हौसलों को पस्त कर दिया है। भू-माफिया योगी सरकार के बुलडोजर से घबराते है। वहीं दूसरी तरफ दबंग सरकारी अधिकारी को ही अपनी दबंगई दिखाते हुए जान से मारने की धमकी दें रहे है। ऐसा ही एक मामला जिला बुलंदशहर के थाना गुलावठी कोतवाली क्षेत्र का सामने आया है। जहाँ पुलिस ने सिर्फ कलम की स्याही को कागजों पर घिसते हुए मामले को तहखाने में बंद कर दिया है। घटना को हुए पांच दिन हो गए है पुलिस ने अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। ऐसा प्रतीत होता है कि थाना गुलावठी कोतवाली ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है जिसकी कार्रवाई महज कागजों तक सिमटी है।
पूरा मामला:-
मामला शुक्रवार की दोपहर करीब तीन बजे का है। मुख्यमंत्री पोर्टल पर प्लस सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में फर्जी चिकित्सक की डिग्री की शिकायत मिली थी। एसीएमओ डॉ. हरेंद्र बंसल के आदेश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुलावठी के चिकित्सा अधीक्षक पवन कुमार ने सिकंदराबाद रोड स्थित प्लस सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुलावठी के एक कर्मचारी को जांच के लिए भेजा था। कर्मचारी द्वारा जांच के दौरान प्लस सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में मिले मनोज कुमार ने अपने आपको अस्पताल का संचालक बताते हुए कर्मचारी के साथ गाली-गलौज की और उसे अस्पताल में ही बंधक बना लिया। इसके बाद आरोपी मनोज कुमार अपने एक अन्य साथी शिवांग के साथ मिलकर कुछ देर बाद कर्मचारी को गाड़ी में बैठाकर सीएचसी लेकर आया। जहां दोनों आरोपियों मनोज कुमार व शिवांग ने अन्य कर्मचारियों के साथ भी गाली-गलौज करते हुए अभद्रता की। इतना ही नहीं दोनों आरोपियों ने सीएचसी प्रभारी पवन कुमार के साथ भी गाली-गलौज करते हुए रिवॉल्वर दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद दोनों दबंग गाड़ी का हूटर बजाते हुए फरार हो गए। चिकित्सा अधीक्षक पवन कुमार ने थाने में दोनों आरोपियों मनोज कुमार व शिवांग के खिलाफ तहरीर देते हुए भारतीय न्याय संहिता बीएनएस 2023 की धारा 127(2), 352, 351(2), 132 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस की कोई कार्यवाही न करने की वजह से सीएचसी गुलावठी के चिकित्सा अधीक्षक पवन कुमार समेत अन्य कर्मचारी अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और भय के माहौल में जी रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ और चिकित्सा अधीक्षक को अपने साथ कोई अनहोनी या जानहानि होने का डर बना हुआ है।
क्या मुख्यमंत्री पोर्टल पर प्लस सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल के चिकित्सक की फर्जी डिग्री की मिली शिकायत सही थी?
क्या पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर ठंडे बस्ते में डाल दिया है?