बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): जनपद हापुड़ के वन विभाग की डीएफओ अर्शी मलिक के स्टेनो का गुरुवार की शाम हापुड़ से बुलंदशहर स्थानांतरण कर दिया। वन विभाग हापुड़ के स्टेनो पर आरा मशीन चलाने वाले व्यापारियों से रिश्वत मांगने का आरोप है। विश्वसनीय सूत्रों ने तो यह भी बताया कि वन विभाग सुविधा शुल्क लेकर अवैध रूप से आरा मशीनों का संचालन कर रहा है। हालांकि जब सैकड़ों व्यापारी विधायक हापुड़ सदर विजयपाल आढ़ती के पास पहुंचे और उन्होंने मामले की शिकायत की जिसके बाद विधायक ने डीएफओ हापुड़ को फोन कर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने परेशान करने पर मुख्यमंत्री से भी शिकायत करने की बात कही। व्यापारियों की शिकायत को देखते हुए विधायक ने राज्य सरकार में वन मंत्री से शिकायत की तो उन्होंने तुरंत डीएफओ के स्टेनो का हापुड़ से बुलंदशहर के लिए तबादला कर दिया। व्यापारियों ने वन विभाग पर प्रताड़ित करने के साथ-साथ सुविधा शुल्क और धमकाने का भी आरोप लगाया। वन विभाग की कार्य प्रणाली सवालों के कटघरे में हैं। आरा मशीन चलाने वाले व्यापारियों का कहना है कि डीएफओ सुविधा शुल्क की मांग कर रहा था। स्टेनों ने एक व्यापारी को डरा धमकाकर कार्यालय बुलाया और एक कागज पर हस्ताक्षर कराए जिस पर लिखा था कि उन्होंने किसी प्रकार की शिकायत नहीं की है। इसके बाद विधायक ने पूरे मामले की शिकायत राज्य मंत्री से की तो डीएफओ के स्टेनो का स्थानांतरण किया गया।
हापुड़ डीएफओ के स्टेनो का बुलंदशहर तबादला, रिश्वत मांगने का लगा था आरोप
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