बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): जनपद बुलंदशहर में डॉल्फिन के संरक्षण के लिए फिंगर यंत्र लगाए जाएंगे। इसके लिए वन विभाग और वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फाउंडेशन ने मिलकर सर्वे पूरा कर लिया है। फिंगर यंत्र के लगने से डॉल्फिन न तो नरौरा बैराज को पार कर पाएगी और न ही गंगा से निकलने वाली नहरों में प्रवेश करेगी। यंत्रों के माध्यम से डॉल्फिन की गतिविधियों पर भी निगरानी रखी जाएगी। ऐसा होने पर इनकी संख्या में भी इजाफा होगा।
आपको बता दें कि पिछले दिनों की गई गिनती में यहां 33 डॉल्फिन दिखी थीं। इन्हें पानी में पांच मीटर तक गहराई में रहना पसंद है। उथले पानी में इनकी जान पर बन आती है। इसी को देखते हुए वन विभाग और वर्ल्ड वाइल्ड फाउंडेशन ने इनके संरक्षण के लिए कई पहल की हैं। इस कड़ी में अब नरौरा बैराज व नहरों में डॉल्फिन को जाने से रोकने के लिए फिंगर यंत्र लगाए जाएंगे। डीएफओ बुलंदशहर डा. हरेंद्र सिंह का कहना है कि गंगा में डॉल्फिन के संरक्षण के लिए लगाए जाने वाले फिंगर यंत्र के लिए सर्वे किया जा चुका है। इसमें वन विभाग के साथ वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फाउंडेशन का विशेष सहयोग रहेगा। जल्द यंत्र लगाए जाएंगे। इसके लिए लगभग सभी तैयारियां हो चुकी हैं।
फिंगर यंत्र लगने से डॉल्फिन नहीं भटकेंगी रास्ता
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