बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): जनपद बुलंदशहर के थाना साइबर क्राइम ने बंद खातों में अपने मोबाइल नंबर लगाकर धोखाधड़ी कर ठगी करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनके कब्जे से पुलिस को 20 चेक बुक, 14 पासबुक, 7 एटीएम कार्ड, एक मोबाइल व एक सिम बरामद हुई है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान बलराम उर्फ बल्ले पुत्र मुनेशपाल सिंह निवासी गांव मेहमदपुर सरीका थाना ककोड़ जनपद बुलंदशहर, अंकित शर्मा पुत्र उमाशंकर निवासी विश्व बैंक कॉलोनी बर्रा थाना बर्रा जनपद कानपुर नगर हॉल तैनाती ब्रांच मैनेजर उज्जीवन स्माइल फाइनेंस दोराहा त्यौर बुजुर्ग जनपद बुलंदशहर, जीत उर्फ जितेंद्र कुमार पुत्र पप्पू सिंह निवासी गढ़िया मानपुर थाना अगौता जनपद बुलंदशहर तथा शुभम कौशिक पुत्र कन्छी लाल शर्मा निवासी गांव गिनौरा जनारदार थाना सलेमपुर जनपद बुलंदशहर के रूप में हुई है।
आपको बता दें कि 18 मई 2025 को असलम निवासी देवीपुरा प्रथम शास्त्री पार्क थाना कोतवाली नगर जनपद बुलन्दशहर ने थाना साइबर क्राइम पर तहरीर दी कि वह वर्ष-2022 में चारपाई/फोल्डिंग बनाने का कार्य करता था तथा व्यवसाय के संचालन हेतु बंधन बैंक में उसने एक खाता खुलावाया था उसके बाद उसका काम बंद हो गया था तथा उसने दिनांक 31 दिसंबर 2022 के बाद उसने बैंक खाते में कोई लेन देने नही किया था जिससे उसका बैंक खाता बंद हो गया था। दिनांक 21 अप्रैल 2025 को कुछ अज्ञात व्यक्ति उनके घर पर आये कि तुम्हारे बैंक खाते से अवैध लेने देन किया गया है। इसके बाद उसने बैंक जाकर जानकारी की तो पाया कि उसके बैंक खाते में कोई अन्य मोबाइल नम्बर लगा हुआ है और उससे लेन देन किया गया है। इस सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना साइबर क्राइम पर मुअसं-15/25 धारा 318(4) बीएनएस व 66C,66D आईटी एक्ट पंजीकृत किया गया है। उल्लेखनीय है कि बदमाश शातिर किस्म के अपराधी है जो बैंक कर्मचारियो से मिलकर ऐसे बैंक खातों की जानकारी करते जिनमे काफी समय से लेन देन न हुआ हो या खाता धारक कही बाहर चला गया हो या उसकी मृत्यू हो गयी हो अथवा अपना खाता बन्द कराने के लिए अपना लिखित प्रार्थना पत्र दिया हो। इसके उपरान्त ऐसे खातों में मोबाइल नम्बर बदलवाने तथा होल्ड तथा अनहोल्ड हटवाने के लिए स्वयं ही प्रार्थना पत्र लिखकर व बैंक फोर्म भरकर खुद ही के0वाई0सी0 व सिग्नेचर वैरिफाई करके बैंक मैनेजर से स्वीकृत करा लेते है और उसमें ट्रेडिंग के नाम पर भारी मात्रा में धोखाधडी करके धन मंगाकर अपने साथियो के खातों में धनराशि को ट्रांसफर करके निकाल लेते है। इन खातों पर विभिन्न राज्यों से शिकायते भी दर्ज होती है और संदिग्ध ट्रांजेक्शन की स्वतः जनरेट मेल भी होती है जिन्हें अनदेखा करते हुए उस मेल के प्रति-उत्तर में पोजिटिव उत्तर देकर बैंक सिस्टम को भी धोखा दे देते है। जब आरोपियों को यह लगता है कि खाताधारक को खाता चलाने की आवश्यकता नही है तो उस खाते पर एटीएम तथा चैक बुक जारी करा लेते है। गिरफ्तार आरोपियों द्वारा सम्बन्धित खाते से 1,95,53,570/- रुपये जमा कराने के बाद निकाले गये है। आरोपितों द्वारा 11 राज्यों में अपना नेटवर्क फैला रखा था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलन्दशहर के निर्देशेन में व अपर पुलिस अधीक्षक अपराध के नेतृत्व में थाना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा की गयी जाँच छानबीन व तकनीकि साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों बलराम उर्फ बल्ले, अंकित शर्मा, जीतू उर्फ जितेन्द्र, शुभम कौशिक, नवल सैनी, डेविट गौतम व अनुज्ञय प्रताप सिंह का नाम प्रकाश में आया। 26 मई 2025 को थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा प्रकाश में आये आरोपियों में चार आरोपी बलराम उर्फ बल्ले, अंकित शर्मा, जीतू उर्फ जितेन्द्र व शुभम कौशिक को गिरफ्तार किया व उनके कब्जे से 20 चैक बुक, 14 पासबुक, 07 एटीएम कार्ड आदि बरामद की गयी। आरोपियों की गिरफ्तारी व बरामदगी के संबंध में साइबर क्राइम थाने पर अग्रिम विधिक कार्यवाही करते हुए चारों अभियुक्तों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा हैं।
बंद खातों के मोबाइल नंबर बदलकर ठगी करने वाले चार आरोपी गिरफ्तार, कब्जे से 20 चेक बुक, 14 पासबुक, 7 एटीएम कार्ड समेत अन्य सामान बरामद
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