बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): जनपद बुलंदशहर के थाना साइबर क्राइम पुलिस ने बंद खातों में अपने मोबाइल नंबर लगाकर धोखाधड़ी करने वाले चार शातिर अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जिनके कब्जे से पुलिस ने छह मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम नवल सैनी व अंकित सैनी पुत्रगण रघुवीर सैनी निवासीगण सरायदुल्ला प्रांगण थाना सिकंदराबाद जनपद बुलंदशहर, योगेश गोस्वामी पुत्र सुंदरलाल गोस्वामी निवासी शिवनगर कॉलोनी तेलिया घाट खुर्जा नगर जनपद बुलंदशहर और डेविड गौतम उर्फ़ डेविट गौतम पुत्र रूपचंद निवासी मालागढ़ थाना अगोता जनपद बुलंदशहर को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने छह मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
अवगत कराना है कि 18 मई 2025 को असलम निवासी देवीपुरा प्रथम शास्त्री पार्क थाना कोतवाली नगर जनपद बुलन्दशहर ने थाना साइबर क्राइम पर तहरीर दी कि वह वर्ष 2022 में चारपाई/फोल्डिंग बनाने का कार्य करता था तथा व्यवसाय के संचालन हेतु बंधन बैंक में उसने एक खाता खुलावाया था उसके बाद उसका काम बंद हो गया था तथा उसने 31 दिसंबर 2022 के बाद उसने बैंक खाते में कोई लेन देने नही किया था जिससे उसका बैंक खाता बंद हो गया था। 21 अप्रैल 2025 को कुछ अज्ञात व्यक्ति उनके घर पर आये कि तुम्हारे बैंक खाते से अवैध लेने देन किया गया है। इसके बाद उसने बैंक जाकर जानकारी की तो पाया कि उसके बैंक खाते में कोई अन्य मोबाइल नम्बर लगा हुआ है और उससे लेन देन किया गया है। इस सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना साइबर क्राइम पर मुअसं-15/25 धारा 318(4) बीएनएस व 66C, 66D आईटी एक्ट पंजीकृत किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलन्दशहर के निर्देशेन में व अपर पुलिस अधीक्षक अपराध के नेतृत्व में थाना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा की गयी जाँच/छानबीन व तकनीकि साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्तगण बलराम उर्फ बल्ले, अंकित शर्मा, जीतू उर्फ जितेन्द्र, शुभम कौशिक, नवल सैनी, डेविट गौतम व अनुज्ञय प्रताप सिंह, योगश गोस्वामी का नाम प्रकाश में आया। आज 26 जून 2025 को थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा प्रकाश मे आये अभियुक्तगण में 04 अभियुक्त नवल सैनी, अंकित सैनी, योगेश सैनी व डेविड गौतम उर्फ डेविट गौतम को गिरफ्तार किया व उनके कब्जे से 06 मोबाइल फोन बरामद हुए। अभियुक्तों की गिरफ्तारी व बरामदगी के संबंध में साइबर क्राइम थाने पर अग्रिम विधिक कार्यवाही करते हुए अभियुक्तों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा हैं। उल्लेखनीय है कि घटना में संलिप्त 04 अभियुक्तों को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। उल्लेखनीय है कि बदमाश शातिर किस्म के अपराधी है जो बैंक कर्मचारियो से मिलकर ऐसे बैंक खातों की जानकारी करते जिनमे काफी समय से लेन देनन हुआ हो या खाता धारक कही बाहर चला गया हो या उसकी मृत्यू हो गयी हो अथवा अपना खाता बन्द कराने के लिए अपना लिखित प्रार्थना पत्र दिया हो। इसके उपरान्त ऐसे खातो में मोबाइल नम्बर बदलवाने तथा होल्ड तथा अनहोल्ड हटवाने के लिए स्वयं ही प्रार्थना पत्र लिखकर व बैंक फोर्म भरकर खुद ही के0वाई0सी0 व सिग्नेचर वैरिफाई करके बैंक मैनेजर से स्वीकृत करा लेते है और उसमें ट्रेडिंग के नाम पर भारी मात्रा में धोखाधडी करके धन मंगाकर अपने साथियो के खातो में धनराशि को ट्रांसफर करके निकाल लेते है। यद्यपि इन खातो पर विभिन्न राज्यों से शिकायते भी दर्ज होती है और संदिग्ध ट्रांजेक्शन की स्वतः जनरेट मेल भी होती है जिन्हें अनदेखा करते हुये उस मेल के प्रति-उत्तर में पोजिटिव उत्तर देकर बैंक सिस्टम को भी धोखा दे देते है। जब अभियुक्तगण को यह लगता है कि खाताधारक को खाता चलाने की आवश्यकता नही है तो उस खाते पर एटीएम तथा चैक बुक जारी करा लेते है।
बंद खाते में सेंध लगाने वाले दो भाइयों समेत चार गिरफ्तार
RELATED ARTICLES