बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): जनपद बुलंदशहर के थाना जहांगीराबाद कोतवाली क्षेत्र में एक लाख रुपए के इनामी बदमाश विनोद गडरिया को यूपी एसटीएफ नोएडा की टीम व बुलंदशहर पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर किया था। इस इनामी बदमाश पर तीन दर्जन से अधिक हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी जैसे संगीन मामले चल रहे थे। विनोद गडरिया 90 के दशक की तर्ज पर वारदात को अंजाम देता था। एसटीएफ नोएडा की टीम व बुलंदशहर पुलिस विनोद गडरिया के गैंग की तलाश में जुटी हुई है।
आपको बता दें कि बुलंदशहर जिले में एनकाउंटर में ढेर विनोद गडरिया ने डकैत बनने की कहानी वर्ष 2006 में अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद से शुरू की थी। घरेलू विवाद में विनोद ने अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद विनोद फरारी के दौरान यूपी, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड के टॉप क्रिमिनल के संपर्क में आ गया था। जब से आज तक उसके खिलाफ पश्चिमी यूपी के विभिन्न जनपदों में 40 से अधिक जघन्य अपराध के मुकदमे दर्ज हुए तथा इसके साथ ही विनोद गडरिया पर एक लाख रूपए का इनाम भी घोषित किया गया।
विनोद गडरिया द्वारा की गई घटनाएं
बदमाश विनोद गडरिया ने वर्ष 2006 में मुजफ्फरनगर में बस परिचालक से लूट की। इसके बाद वर्ष 2011 में बाबरी क्षेत्र के बिजली घर से कॉपर लूटा। वर्ष 2012 में शामली में डकैती की और रतनपुरा में हथियार के बल पर लूट की। इसके बाद इनामी बदमाश ने वर्ष 2024 में ककरौली, मंसूरपुर और शाहपुर में कई घरों में डकैती की वारदात को अंजाम दिया। इसी साल बुढाना में एक घर में घुसकर लूट और मकान मालिक की हत्या की तथा रतनपुरा क्षेत्र में भी एक घर में डकैती की।
एक लाख इनामी का यह बदमाश हत्या, लूट व डकैती जैसी भयावह घटनाओं को अंजाम देता चला गया, लेकिन पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका क्योंकि विनोद अपराध को अंजाम देने के दौरान किसी मोबाइल का उपयोग नहीं करता था जिसके कारण वह लंबे समय तक क्राइम की दुनिया का बेताज बादशाह बना रहा। विनोद पर उसके गैंग को सर्विलांस के मदद से ट्रेस किया जाना मुश्किल था।
एनकाउंटर में ढेर
थाना जहांगीराबाद क्षेत्र के पास उसे वक्त हड़कंप मच गया जब पुलिस और अपराधियों के बीच फायरिंग शुरू हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची। यूपी एसटीएफ नोएडा की टीम और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने इलाके को घेर लिया। कुछ देर चली मुठभेड़ में कुख्यात बदमाश विनोद गडरिया को गोली लगी जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया, लेकिन चिकित्सकों से मृत घोषित कर दिया।
अब सवाल यह है कि बदमाश विनोद गडरिया बुलंदशहर जिला क्यों आया? विनोद गडरिया के अन्य साथी बुलंदशहर में ही छुपे हुए हैं। पुलिस सभी की धरपकड़ के लिए जांच में जुटी हुई है।
19 साल पहले पत्नी की हत्या कर अपराध की दुनिया में रखा था मुठभेड़ में मारे गए विनोद गडरिया ने कदम
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