बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): देश पर 25 जून 1975 को केंद्र की इंदिरा सरकार द्वारा थोपा गया आपातकाल 21 माह तक एक ऐसा दौर था जिस दौरान विपक्ष की आवाज को कुचला गया और विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया। आपातकाल के तहत अदालत जाने के अधिकार के साथ देश के नागरिकों के कई मौलिक अधिकार भी निलंबित कर दिए गए थे। नागरिकों के विरोध की वजह से 21 मार्च 1977 को आपातकाल समाप्त हुआ। 21 माह के आपातकाल का नतीजा कांग्रेस सरकार को 1977 के लोकसभा चुनाव में करारी पराजय के रूप में भुगतना पड़ा।
बुलंदशहर के लोगों ने भी झेला इमरजेंसी काल का दर्द
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