बुलंदशहर, डेस्क (जय यात्रा): जनपद बुलंदशहर के थाना ककोड़ जिला के गांव सलेमपुर के रहने वाले 32 वर्षीय आरक्षी रविंद्र कुमार जिला एटा के थाना पिलुआ में तैनात थे। सोमवार की रात थाना परिसर में अपने आवास में आरक्षी ने फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। गणना के समय जब वह नहीं पहुँचे तो उनके साथी आवास के अंदर देखने पहुंचे। वहां फंदे से उनका शव लटका मिला। फंदे से लटका शव देख थाना परिसर में अफरा-तफरी मच गई जिसके बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आपको बता दें कि आरक्षी 32 वर्षीय रविंद्र कुमार जिला बुलंदशहर के थाना ककोड़ क्षेत्र के गांव सलेमपुर जाट के रहने वाले थे। सोमवार को गणना के समय जब वह नहीं पहुंचे तो उनके साथी उनके आवास पर देखने गए। आवास के अंदर रविंद्र कुमार फंदे से लटक रहे थे। सूचना पर थाना प्रभारी प्रेमपाल सिंह मौके पर पहुंचे और फंदे से उतारकर रविंद्र को मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया जिसके बाद परिजनों को सूचना दी गई। परिजनों के पहुंचने के बाद मृतक रविंद्र के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया गया। सीओ संजय सिंह ने बताया कि परिजनों का कहना है कि जिला हापुड़ के थाना पिलखुवा में उनका मानसिक समस्या का इलाज चल रहा था जिसकी वजह से वह महीने में कई बार छुट्टी लेकर दवा लेने जाते थे। चिकित्सकों ने उन्हें अकेला छोड़ने से मना किया था। एसएसपी श्याम नारायण सिंह ने बताया कि वह वर्ष 2016 बैच में पुलिस में भर्ती हुए थे। जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ समय से रविंद्र कुमार मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। जिला हापुड़ के थाना पिलखुवा में एक चिकित्सक के यहां उनका उपचार चल रहा था। रविंद्र कुमार ने 24 फरवरी से 10 मार्च के बीच तीन बार छुट्टी ले ली थी। पुलिस जांच पड़ताल कर रही है जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
एटा में तैनात बुलंदशहर निवासी आरक्षी ने सरकारी आवास में लगाई फांसी
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